लाइफस्टाइल

महिलाएं को यह चीज़े अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करनी किये

अगर आप अपनी सेहत के प्रति सजग हैं तो जाहिर तौर पर अपने परिवार के बाकी सदस्यों की हेल्थ के बारे में भी अच्छा ही सोचेंगे। फिर चाहे वो आपके घर का कोई बुजुर्ग हो, वाइफ हो, बेटा हो या फिर बेटी। इन सभी के देखरेख की जिम्मेदारी घर के एक मुखिया की होती है। बहरहाल, यहां हम आपकी मैच्योर बेटी की सेहत को लेकर चर्चा कर रहे हैं।

जी हां, अगर आपकी बेटी ने 20 साल पूरे कर लिए हैं तो आपको उसे ऐसी डाइट का सेवन कराना चाहिए जो उसकी सेहत के लिए बेहतर हो। क्योंकि 20 की उम्र के बाद बॉडी में हार्मोनल बदलाव आते हैं जिनकी वजह से कुछ समस्याएं भी होती हैं। ऐसे में लाइफ की कई मेंटल, फिजिकल और हॉर्मोनल बदलावों को सही से बैलेंस करने के लिए सही डायट्री को फॉलो करना जरूरी होता है। महिलाओं को 20 साल के बाद अपनी डाइट में किन चीजों को शामिल करना चाहिए, इस आर्टिकल में जानिए…

​डाइट में जरूरी है मिल्क

एक्सपर्ट का कहना है कि 20 के बाद महिलाओं को दूध का सेवन नियमित तौर पर सेवन करना चाहिए। क्योंकि शरीर में होने वाले बदलावों का आपकी हड्डियों पर असर पड़ता है जो कमजोर हो सकती हैं। दूध में कैल्शियम, प्रोटीन, राइबोफ्लेविन (विटामिन बी -2), विटामिन डी आदि पोषक तत्व मौजूद पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूत करते हैं।

​एक टाइम पिएं संतरे का जूस

20 की उम्र में हार्मोनल चेंज के बाद पीरियड और निजी जीवन में भी कुछ उतार-चढाव आते हैं जिसका शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है। इस उम्र के बाद महिलाओं को एक टाइम संतरे का जूस पीना चाहिए। आप इसे खाना खाने से एक घंटा पहले या फिर लंच के 2 घंटे बाद ले सकते हैं। इससे महिलाओं को एनर्जी मिलती है और वे शरीर में होने वाले चेंज का आसानी से सामना कर पाती हैं। संतरे में मौजूद विटामिन-सी बालों, त्वचा और इम्यून सिस्टम को भी दुरुस्त रखता है।

​लंबे समय तक जवान रखता है टमाटर

हार्मोनल चेंज की ड्यूरेशन में महिलाओं को डाइट में टमाटर का सेवन करना चाहिए। टमाटर में लाइकोपीन नाम का एक पोषक तत्व होता है जो महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। त्वचा के लिए टमाटर बहुत फायदेमंद होता है जो स्किन को एक्सफोलिएट करता है। इसमें मौजूद फ्लावोनोइड डेड सेल्स और ब्लैक हेड्स को हटाने में मददगार पाए गए हैं। यह महिलाओं की बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने के लिए भी जाने जाते हैं। इसमें विटामिन-सी और विटामिन-ए पाए जाते हैं जिनमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं।

हरी पत्तेदार सब्जियां

आयरन से भरपूर, पालक जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों में कैल्शियम का प्राकृतिक स्रोत होता है, जो आपकी हड्डियों की मजबूती के लिए अच्छा होता है। इतना ही नहीं, ये पत्तेदार साग मैग्नीशियम, विटामिन K, विटामिन C और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं जो आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए एक पैकेज प्रदान करते हैं।

​ड्राई फ्रूट्स

सूखे मेवे हमारी संपूर्ण सेहत के विकास के लिए जरूरी बताए जाते हैं। शुरुआत से आप इनका सेवन करें न करें, लेकिन 20 की उम्र के बाद जरूर कर दें। ताकि भविष्य में होने वाली स्वस्थ्य समस्याओं का आप आसानी से सामना कर सकें और खुद को सेहतमंद रख सकें। नट्स के जरिए आप प्रोटीन, फाइबर, आयरन, ओमेगा-3, हेल्दी फैट्स आदि प्राप्त किए जा सकते हैं। महिलाओं को बादाम, पिस्ता, अखरोट, किशमिश, अंजीर का सेवन जरूर करना चाहिए। यह स्वादिष्ट भोजन आवश्यक विटामिन, खनिज और स्वस्थ वसा के पावरहाउस के रूप में जाना जाता है। ये आपकी हड्डियों के लिए अच्छे होते हैं और आपकी याददाश्त को तेज करते हैं।

बादाम, मैग्नीशियम जैसे हड्डियों को मजबूत करने वाले खनिजों से भरे हुए हैं और कैल्शियम का भी एक बड़ा स्रोत हैं। अखरोट में ओमेगा -3 वसा का उत्कृष्ट स्रोत होता है, जिससे हड्डियों को संरक्षित और मजबूत किया जाता है। पिस्ता न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन बी 6 से भरपूर होता है। इसलिए, हर दिन मुट्ठी भर नट्स खाएं और अपने संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार करें।

​साबुत अनाज

साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, क्विनोआ, चोकर के गुच्छे और साबुत अनाज की ब्रेड को शामिल करने से आपके शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है। अपने आहार में साबुत अनाज इसलिए भी शामिल करना चाहिए क्योंकि यह पाचन समस्याओं में सुधार करता है। यदि आपका पाचन तंत्र साफ है, तो पेट फूलना, कब्ज और यहां तक कि आप पेट के कैंसर से भी बच सकते हैं।

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