लाइफस्टाइल

बालो को सफ़ेद होने से रोकने टिप्स

 

उम्र बढ़ने के साथ एजिंग के साइन्स न सिर्फ त्वचा पर बल्कि बालों पर भी दिखने लगते हैं। ऐज के साथ बाल सफेद होने लगते हैं, जिनकी संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जाती है। हालांकि, कुछ लोगों के बाल उम्र से पहले ही सफेद होने लग जाते हैं। इस वजह से उन्हें हेयर डाइ से लेकर बालों को रंगने के अन्य तरीकों का इस्तेमाल करना पड़ता है। लेकिन अगर कुछ टिप्स अपनाएं जाएं, तो इस स्थिति को टालते हुए बालों को ज्यादा लंबे समय तक काला रखा जा सकता है।

घर पर बनाकर लगाएं कढ़ी पत्ते का तेल

एक कप नारियल का तेल लें और उसमें एक मुट्ठी कढ़ी पत्ते डाल लें। इन्हें 6-8 मिनट के लिए उबालें और फिर ठंडा होने दें। इसे हर दूसरे दिन अपने बालों में लगाएं और स्कैल्प की मसाज करें। ये तेल डैमेज हेयर को रिपेयर करने में मदद करने के साथ ही उन्हें मुलायम बनाता है। वहीं कढ़ी पत्ते में मौजूद तत्व बालों के काले रंग को प्रटेक्ट करने में मदद करते हैं।

आंवला

आंवला नैचरल एस्ट्रिजेंट होता है, जो बालों की चमक और रंग को सुरक्षित रखने में मदद करता है। आप चाहें, तो कच्चे आंवले को ब्लेंड कर उसका पेस्ट बनाते हुए स्कैल्प में लगा सकती हैं। इसकी जगह मार्केट में मिलने वाला आंवला पाउडर भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसे आपको बस पानी के साथ घोलकर बालों पर लगाना होगा।

विटमिन रिच फूड

साल 2016 में इंटरनैशनल जर्नल ऑफ ट्राइकॉलजी में प्रकाशित स्टडी में युवा भारतीयों के बाल जल्दी सफेद होने का कारण सामने आया था। आयरन को शरीर में स्टोर करने में मदद करने वाले सिरम फेरिटिन, विटमिन-बी12 और गुड कलेस्ट्रॉल में कमी उम्र से पहले यंग इंडियन्स के बालों को सफेद कर रही है। इसलिए जरूरी है कि अपनी डायट में ऐसे फूड शामिल करें, जो विटिमिन-बी6, बी12, विटमिन-डी, बायोटिन, विटमिन-ई और प्रोटीन रिच हों।

स्ट्रेस से रहें दूर

न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट नैचरल मेडिसिन में प्रकाशित लेख के मुताबिक, जब शरीर बेहद तनाव में होता है, तो इससे वो सेल्स कम होने लगते हैं, जो हेयर कलर के लिए जिम्मेदार होते हैं। वहीं एक अन्य स्टडी के मुताबिक, स्ट्रेस के कारण सेल को रिजनरेट होने में भी ज्यादा समय लगता है, जिससे बॉडी फ्री रैडिकल्स से अच्छे से लड़ नहीं पाती है।

ये स्थिति न सिर्फ बालों को जल्दी सफेद करने लगती है बल्कि चेहरे पर भी एजिंग के साइन्स दिखने लगते हैं। ऐसे में अहम हो जाता है कि व्यक्ति ऐसी एक्टिविटीज में इन्वॉल्व रहे, जो उसके तनाव को दूर करने में मदद करे। ये न सिर्फ उसे जवां बनाए रखने में मदद करेंगी बल्कि सेहत भी अच्छी रहेगी।

केमिकल बेस्ड प्रॉडक्ट्स

बालों पर ज्यादा केमिकल बेस्ड प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करना फॉलिकल्स और स्कैल्प को डैमेज कर सकता है। इससे प्रीमैच्योर ग्रेइंग ट्रिगर हो सकती है। वहीं बाल बेजान बन सकते हैं और उनका झड़ना भी बढ़ सकता है। ये उम्र से पहले गंजापन भी ला सकता है। बेहतर विकल्प नैचरल या फिर कम केमिकल्स वाले प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल है।

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