राजनीती

कृषि मंत्री कमल पटेल का अजीबोगरीब बयान, CM शिवराज सिंह चौहान को बताया टंट्या भील का पुनर्जन्म

भोपाल
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने एक अजीबोगरीब बयान दिया है. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को आदिवासी जन नायक टंट्या भील का पुनर्जन्म बता दिया. मंत्री महाशय ने कद काठी से लेकर काम तक कई मुद्दों पर दोनों की तुलना कर डाली.

कृषि मंत्री कमल पटेल खरगौन के भीकनगांव में गौरव यात्रा में शामिल होने पहुंचे थे. वहां अपने संबोधन में उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को आदिवासी जननायक टंट्या भील का पुनर्जन्म बता दिया. पटेल ने अपने बयान में कहा टंट्या मामा का पुनर्जन्म मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मामा शिवराज सिंह चौहान के रूप में हुआ है. वो बोले – एक क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा थे और दूसरे हमारे मामा शिवराज सिंह हैं.

कमल पटेल ने कहा कि टंट्या मामा का जन्म 1842 में हुआ और 47 साल की उम्र में देश के लिए शहीद हो गए. हमारी संस्कृति में यह माना जाता है कि पुनर्जन्म होता है. एक मामा 1842 में हुए और दूसरे मामा शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में हुए हैं.

कृषि मंत्री पटेल ने कहा कि टंट्या मामा भी दुबले- पतले थे. हमारे मुख्यमंत्री भी दुबले -पतले हैं. उन्हें भी मामा कहते हैं. टंट्या मामा भी कन्याओं का विवाह कराते थे, हमारे मामा भी कन्याओं का विवाह कराते हैं. टंट्या मामा बड़े लोगों को लूट कर गरीबों में बांट देते थे लेकिन हमारे मामा लूट नहीं रहे हैं बल्कि बड़े लोगों पर टैक्स लगाकर उसे गरीबों में बांटते हैं. उन्होंने कहा इसलिए कह सकते हैं कि टंट्या मामा का पुनर्जन्म शिवराज सिंह चौहान के रूप में हुआ है.

15 नवंबर को भोपाल में जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन के बाद बीजेपी के केंद्र में आदिवासी वोटर हैं. लिहाजा उनके जननायकों को लेकर यात्राओं के साथ उन पर नाम रखने की रवायत सी चल पड़ी है. इसी कड़ी में बीजेपी आदिवासी जननायक टंट्या भील के नाम पर गौरव यात्रा भी निकाल रही है. इंदौर के बस स्टैंड का नाम टंट्या भील के नाम पर किया जा चुका है और पाताल पानी स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा जा चुका है.

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