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कच्चे तेल की कीमतों में लगी आग पर पेट्रोल-डीजल में शांति, चुनाव बाद महंगा होगा ईंधन

नई दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल का भाव वर्ष 2014 के बाद से अब तक के उच्चस्तर 87 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। इसके बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार 75वें दिन भी कोई बदलाव नहीं हुआ। आज यानी बुधवार सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी हुए।

 IOC द्वारा जारी नए रेट के मुताबिक महानगरों में मुंबई में पेट्रोल सबसे महंगा 109.98 रुपये लीटर और दिल्ली में सबसे सस्ता 95.41 रुपये है। वहीं पटना में पेट्रोल कोलकाता (104.67), चेन्नई  (101.40 ) और बेंगलुरु (100.58)  से भी महंगा है। जबकि, आज भी देश में सबसे सस्ता पेट्रोल-डीजल पोर्ट ब्लेयर में तो सबसे महंगा राजस्थान के श्रीगंगानगर में है।  

तीन रुपये लीटर तक महंगा हो सकता है पेट्रोल
 उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद राज्य सरकार के स्तर पर भी मूल्य वर्धित कर (वैट) कम किए जाने से पेट्रोल एवं डीजल के दाम इस स्तर पर हैं। अक्टूबर के अंत में पेट्रोल 110 रुपये और डीजल 98 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गया था।

इस वजह से भाग रहा कच्चा तेल
वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के मानक ब्रेंट क्रूड के भाव मंगलवार को 87.7 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए। इसके पीछे बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और आपूर्ति पक्ष से जुड़ी बाधाएं अहम वजह रही हैं। यमन के हूदी विद्रोहियों ने संयुक्त अरब अमीरात में तेल प्रतिष्ठान पर हमला कर आपूर्ति को बाधित किया है। इसके अलावा वैश्विक तेल भंडार भी कम हो रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि इस हमले के बाद पश्चिम एशिया के दो पड़ोसी देशों ईरान एवं सऊदी अरब के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है। इससे कच्चे तेल की आपूर्ति आने वाले समय में और बाधित हो सकती है।

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