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पद्म पुरस्कारों की घोषणा: 112 हस्तियों को अलग-अलग कैटिगरी में सम्मान

नई दिल्ली 
गणतंत्र दिवस से एक दिन पूर्व देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को की गई। इसके तहत चार हस्तियों को पद्म विभूषण, 14 को पद्म भूषण और 94 को पद्मश्री से नवाजा जा रहा है। यह अवॉर्ड कला, समाज सेवा, लोक मामलों, विज्ञान व इंजिनियरिंग, व्यापार व उद्योग, मेडिसिन, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जा रहा है। 

प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पद्म पुरस्कारों का घोषणा की जाती है और राष्ट्रपति भवन में मार्च या अप्रैल में आयोजित कार्यक्रम के तहत पुरस्कार वितरित किया जाता है। 

पद्म पुरस्कार पाने वालों में 21 महिलाएं, एक ट्रांसजेंडर और 11 विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई शामिल हैं। वहीं, पद्म पुरस्कारों में से तीन वैसे हैं जिन्हें मरणोपरान्त यह सम्मान दिया जा रहा है। 

लोक गायिका तीजन बाई (पद्म विभूषण), दिवगंत पत्रकार कुलदीप नैयर (पद्म भूषण),ऐक्टर मोहन लाल (पद्म भूषण), इसरो साइंटिस्ट नांबी नारायण (पद्म भूषण), पर्वतारोही बिछेंद्रीपाल (पद्म भूषण), ऐक्टर मनोज वाजपेयी (पद्मश्री), फुटबॉलर सुनील छेत्री (पद्म श्री), कोरियोग्राफर प्रभु देवा (पद्मश्री) और क्रिकेटर गौतम गंभीर (पद्मश्री) , ऐक्टर कादर खान (पद्मश्री) , पहलवान बजरंग पूनिया (पद्मश्री) सहित कुल 112 लोगों को पद्म पुरस्कार से नवाजे जाने की घोषणा की गई है। 

ध्यान रहे कि पिछले साल महेंद्र सिंह धोनी, पंकज आडवाणी, इलैयाराजा और संघ के पुराने प्रचारक पी. परमेश्वरन सहित 85 लोगों को पद्म सम्मान दिया गया था। 
इसमें से 3 को पद्म विभूषण, 9 को पद्म भूषण और 73 लोगों को पद्मश्री मिला था। 

पद्म सम्मान के लिए के लिए कोई भी व्यक्ति किसी के भी नाम की अनुशंसा कर सकता है। कोई भी व्यक्ति किसी के योगदान के बारे में अधिकतम 800 शब्दों में उनका योगदान बताते हुए पद्म सम्मान के लिए नामांकित कर सकता है। सूत्रों के अनुसार होम मिनिस्ट्री को इस बार लगभग 60,000 आवेदन प्राप्त हुए थे। 

गौरतलब है कि एक साल में अधिकतम 120 लोगों को यह सम्मान दिया जा सकता है। यह सम्मान देने की परंपरा 1954 में शुरू हुई थी। बीच में 1977, 1978 और 1993 से 97 के बीच यह नहीं दिया गया था। 

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