राजनीती

सीईओ ने लगाई सम्मानित होंने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों के पुरस्कार राशि पर रोक

भोपाल
राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर इस बार मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के किसी भी कर्मचारी-अधिकारी को उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत नहीं किए जाने से उपजे विवाद के बाद जहां कर्मचारियों ने इस आयोजन का ही बहिष्कार कर दिया है वहीं सीईओ ने इस बार कलेक्टर-एसपी सहित अन्य सभी सम्मानित होंने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को पुरस्कार के रुप में दी जाने वाले पुरस्कार पर भी रोक लगा दी है।

मतदाता सूची तैयार करने, मतदाता जागरुकता के लिए उत्कृष्ट कार्य करने पर राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर हर साल चुनिंदा कलेक्टर, एसपी, सीईओ जिला पंचायत, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों,बीएलओ,एआरओ को मतदाता दिवस पर सम्मानित करने के साथ ही राशि भी पुरस्कार के रुप में दी जाती थी। कलेक्टरों को पचास हजार रुपए, एआरओ को 25 हजार, बीएलओ को दस हजार, सीईओ कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी उत्कृष्ट कार्य के लिए दस हजार रुपए और पांच हजार रुपए पुरस्कार के रुप में दिए जाते थे। लेकिन इस बार सीईओ ने सभी पुरस्कारों में दी जाने वाली राशि पर रोक लगा दी है। इस बार सभी अधिकारियों को केवल प्रशस्ति पत्र दिए गए और सीईओ कार्यालय के किसी भी कर्मचारी को कोई पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र नहीं दिया गया।

हर साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस के पहले सीईओ कार्यालय के भी कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए चयन समिति द्वारा चयन के बाद मुख्य समारोह में पुरस्कृत किया जाता है। इस बार सीईओ कार्यालय के किसी भी अधिकारी, कर्मचारी का चयन कर उनके नामों की घोषणा नहीं की गई।इसको लेकर कर्मचारियों ने मुख्य समारोह का बहिष्कार कर कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष केशव ताम्रकार का कहना है कि हर साल सीईओ कार्यालय के कर्मचारियों को पुरस्कार दिया जाता था लेकिन इस बार किसी भी चयन नहीं किया गया। इसलिए जहमने मतदाता दिवस के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का बहिष्कार किया है। उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव के लिए मानदेय के संबंध में भी अब तक कोई निर्णय नही लिया गया है। इसको लेकर मुख्य सचिव औश्र आयोग को को ज्ञापन भी दे रहे है।

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