बुरहान के गढ़ में रची गई थी पुलवामा हमले की साजिश, ऐक्शन में आई पुलिस ने 7 लोगों को उठाया
श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों की कार्रवाई शुरू हो गई है। पुलवामा के लेथीपोरा इलाके में हुए हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने साजिश के शक में दक्षिण कश्मीर के सात लोगों को हिरासत में लिया है। इन संदिग्धों को हिरासत में लिए जाने के बाद एजेंसियों के अधिकारी इनसे पूछताछ कर रहे हैं। इसके अलावा प्रारंभिक जांच में हमले की साजिश के पुलवामा के त्राल में रचे जाने की बात कही गई है। त्राल वही इलाका है, जहां साल 2016 में हिज्बुल के टॉप कमांडर बुरहान वानी को मार गिराया गया था। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पुलवामा हमले के कनेक्शन में पुलिस ने जिले के अवंतिपोरा और इसके आसपास के कुछ इलाकों से 7 लोगों को हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि पुलवामा के हमले में की पूरी योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनाई थी, जो जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य है। एजेंसियों का मानना है कि कामरान दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतिपोरा और त्राल इलाके में सक्रिय है, ऐसे में उसकी तलाश भी की जा रही है।
त्राल के मिठूरा में रची गई थी साजिश?
प्रारंभिक जांच के अनुसार दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके के मिदूरा में आतंकी हमले की योजना बनाई गई। त्राल वही इलाका है, जिसे लंबे वक्त तक हिज्बुल मुजाहिदीन का गढ़ माना जाता था। 8 जुलाई 2016 को त्राल में ही हिज्बुल के कमांडर बुरहान वानी को मार गिराया गया था, जिसके एनकाउंटर के बाद 4 महीने तक कश्मीर घाटी में तनावपूर्ण हालात रहे थे। उच्च स्तरीय सूत्रों के मुताबिक, पुलिस जैश-ए-मोहम्मद के एक अन्य स्थानीय सक्रिय सदस्य की तलाश कर रही है, जिसने पुलवामा हमले के लिए विस्फोटकों का इंतजाम किया था।
एनआईए ने इकट्ठा किए तमाम सबूत
शुक्रवार को पुलवामा के हमले के बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। हमले के बाद जैश ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए एक विडियो भी जारी किया था, जिसमें काकापोरा पुलवामा के निवासी स्थानीय आतंकी आदिल अहमद डार के इस हमले को अंजाम देने की बात कही गई थी। वहीं केंद्र सरकार ने आतंकी हमले की जांच के लिए एनआईए की 12 सदस्यीय टीम का गठन किया था, जिसने कि शुक्रवार सुबह लेथीपोरा स्थित घटनास्थल पर पहुंचकर तमाम सबूत इकट्ठा किए थे। गौरतलब है कि इस आतंकी हमले में 40 जवानों की शहादत के बाद शुक्रवार को ही गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर घाटी का दौरा भी किया था, जहां उन्होंने जवानों को श्रद्धांजलि दी थी। इसके अलावा राजनाथ ने यहां घाटी की सुरक्षा स्थितियों की समीक्षा भी की थी।