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सूर्य नमस्कार करने के फायदे, महिला हों या पुरुष सब को करना चाहिए

सूर्य नमस्कार, एक ऐसा योगाभ्यास है जिसे हर किसी को जरूर करना चाहिए। दरअसल, इस योग की खास बात यह है कि ये शरीर के हर हिस्से के लिए फायदेमंद  है। ये जहां आपके ब्रेन हेल्थ को सही रखता है वहीं, ये आपके शरीर में होने वाली दूसरी गतिविधियों को भी बूस्ट करता है। जैसे आपके शरीर का मेटाबोलिक रेट, शुगर मेटाबोलिज्म और ब्लड सर्कुलेशन। इसी वजह ये जरूरी है कि सेहत से जुड़ी कई समस्याओं से बचने के लिए आप सुबह उठकर 6 से 9 बजे के बीच सूर्य नमस्कार जरूर करें।

हार्मोनल असंतुलन वाली महिलाओं को
महिलाओं को अक्सर हार्मोनल असंतुलन के कारण कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में सूर्य नमस्कार करना, हार्मोनल बैलेंस में मददगार है। ये महिलाओं में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के बीच एक बैलेंस बनाने में मददगार जिससे पीओडी, मूड स्विंग्स और दूसरी समस्याएं नहीं होतीं।

डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों को
डिप्रेशन के मरीजों को हर दिन सूर्य नमस्कार जरूर करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ये सूर्य नमस्कार आपको शांत करने में मदद करता है और एंडोक्रिनोल ग्लैंड के प्रभाव और मूड स्विंग्स को कम करने में मददगार है। साथ ही सूर्य नमस्कार मूड बूस्टर भी है जो कि सेहत से जुड़ी कई समस्याओं में फायदेमंद है।

हड्डियों से जुड़ी समस्या वाले लोगों को
हड्डियों से जुड़ी समस्या वाले लोगों के लिए सूर्य नमस्कार करना काफी फायदेमंद है। सूर्य नमस्कार आपकी मांसपेशियों और जोड़ों को हेल्दी रखने के साथ, बॉडी टोनिंग में मददगार है। ये आपकी रीढ़ की हड्डियों सहित तमाम जोड़ों में लचीलापन लाता है और दर्द व समस्याओं से बचाव में मददगार है।

कमजोर स्टेमिना वाले लोगों को
कमजोर स्टेमिना वाले लोगों के लिए सूर्य नमस्कार करना फायदेमंद है। ये जहां मांसपेशियों की कमजोरी को दूर करता है वहीं, ये नींद और मूड से जुड़े विकारों से भी बचाव में मदद करता है। साथ ही ये ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाता है जिससे स्टेमिना बूस्ट होती है।

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