मध्य प्रदेश

अनुभूति कार्यक्रम में शामिल हुए 72 हजार स्कूली बच्चे

 भोपाल

प्रदेश में पिछले 15 दिसम्बर से शुरू हुए अनुभूति कार्यक्रम में अब तक 72 हजार से अधिक स्कूली बच्चे शामिल हो चुके हैं। आगामी 15 जनवरी तक चलने वाले अनुभूति कार्यक्रम के लगभग 600 शिविरों में कक्षा 6वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यानों, अभयारण और टाईगर रिजर्व में शिविर लगाकर बच्चों को रोचक ढंग से विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से वन और वन्य प्राणियों के संरक्षण का मानव जीवन में महत्व समझाया जा रहा है।

शिविरों में विधानसभा उपाध्यक्ष सु हिना कावरे, वन मंत्री  उमंग सिंघार, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री  सुखदेव पांसे सहित स्थानीय विधायक और जन-प्रतिनिधियों ने भी भागीदारी निभाई। पिछले दिनों पन्ना बाघ पुनर्स्थापना के 10 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित पन्ना टी- 3 वॉक में देश भर से भाग ले रहे करीब 50 विशेषज्ञ, प्रकृति और बाघ प्रेमियों ने भी अनुभूति कार्यक्रम में भाग लेकर बच्चों के साथ अपने अनुभव साझा किये।

कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूली बच्चों में प्रकृति की महत्ता के बीज बोना है। इसका लाभ आगे चलकर देश-प्रदेश ही नहीं, पूरे वैश्विक पर्यावरण को मिलेगा। वन मंत्री के निर्देश पर इस साल शहरी बच्चों को भी अनुभूति कार्यक्रम में शामिल किया गया है। वर्ष 2018-19 में प्रदेश में 477 शिविरों में 61 हजार 181 स्कूली छात्र-छात्राओं ने भाग लिया था। इस साल एक लाख 11 हजार छात्र-छात्राओं का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वन विभाग द्वारा ईको पर्यटन विकास बोर्ड के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को स्थानीय वन भ्रमण, नेचर ट्रेल, पक्षी-वन्य प्राणी दर्शन, वन औषधीय एवं वन प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, जैवविविधता, पारिस्थितिकी घटकों की व्याख्या प्रत्यक्ष अनुभव एवं अनुभूति के साथ कराई जाती है।

 

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