बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन का इलेक्ट्रिक लोको के साथ हुआ संचालन

बाड़मेर
रेलवे ने शनिवार शाम को बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन को बाड़मेर से हावड़ा तक के सभी स्टेशनों के बीच इलेक्ट्रिक लोको से संचालित किए जाने की बात कही है। यह बदलाव बाड़मेर के लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा, क्योंकि इससे यात्रा का समय कम होगा और यात्रियों को एक आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा।
सरहदी जिले में इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू होने से पटरियों पर रफ्तार बढ़ गई है। इलेक्ट्रिक ट्रेनों का उपयोग पर्यावरण के अनुकूल भी है, क्योंकि यह डीजल इंजन की तुलना में कम प्रदूषण करता है। जोधपुर उत्तर-पश्चिम रेल मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी के मुताबिक समदड़ी-भीलड़ी रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का संचालन पहले ही शुरू हो चुका है। वही सीमांत बाड़मेर भी अब इलेक्ट्रिक से सीधा हावड़ा से जुड़ गया है।
शनिवार शाम पहली बार बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन का इलेक्ट्रिक लोको के साथ संचालन हुआ, जिससे अब बाड़मेर से हावड़ा तक इलेक्ट्रिक ट्रेन से सीधी कनेक्टिविटी हो गई है। इसी प्रकार ट्रेन 12323, हावड़ा- बाड़मेर सुपरफास्ट जो हावड़ा से 11 अप्रैल को रवाना हुई, वह भी इलेक्ट्रिक लोको से प्रारंभ से अंतिम स्टेशन तक इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित की जाएगी। अब तक बाड़मेर-हावड़ा- बाड़मेर सुपरफास्ट ट्रेन बाड़मेर से जोधपुर के बीच डीजल इंजन से संचालित की जा रही थी।
इसी तरह ट्रेन 12997/12998, बांद्रा टर्मिनस-बाड़मेर-बांद्रा टर्मिनस 16 अप्रैल तथा ट्रेन 21901/21902, बाड़मेर-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस 18 अप्रैल से इलेक्ट्रिक लोको से चलना प्रारंभ हो जाएगी। यह बदलाव बाड़मेर के लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा, क्योंकि इससे यात्रा का समय कम होगा और यात्रियों को एक आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा।
गौरतलब है कि समदड़ी-भीलड़ी रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का संचालन पहले ही शुरू हो चुका है। वही सीमांत बाड़मेर भी अब इलेक्ट्रिक से सीधा हावड़ा से जुड़ गया है। इसके बाद में चरणबद्ध तरीके से अन्य ट्रेनों को भी इलेक्ट्रिक लोको से संचालित किया जाएगा।