प्रदेश में भारी बारिश के बाद जिला प्रशासन अलर्ट, बाढ़ नियंत्रण कक्ष Bhopal में, CS ने अलर्ट रहने के दिए निर्देश

भोपाल
मध्य प्रदेश में बाढ़ से पहले 18 विभागों की समीक्षा बैठक हुई। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में विभागों को अहम निर्देश जारी किए गए है। बाढ़ वाले जिलों के साथ साथ तैयारी को पूरा करने के निर्देश दिए गए है। राजस्व विभाग सहित कई विभागों को अलर्ट रहने को कहा गया है। राहत बचाव कार्य के लिए सेना की भी मदद ली जाएगी।
एमपी के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने मौसम विभाग से समय-समय पर अपडेट लेकर तैयारियां को पूरा करने के लिए आदेश जारी किया हैं। अधिकारी बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जलाशय और नदी, नालों की मॉनिटरिंग भी करेंगे।
भोपाल में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम शुरू
इधर, भोपाल नगर निगम ने बारिश को लेकर आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम शुरू किया है। निगम प्रशासन ने इसके लिए नंबर भी जारी किए है। 0755-2542222, 0755-2540220, 0755-2701401 नंबर पर 24 घंटे सातों दिन मदद मिलेगी। इसकी जिम्मेदारी नोडल अधिकारियों को सौंपी गई है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रविवार (22 जून) को मीडिया को जारी संदेश में कहा था कि वे प्रदेश के सभी कलेक्टर्स एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी करा रहे हैं कि किसी भी जिले में वर्षा के चलते नागरिकों को परेशानी न आने पाए। ऐसे नाले, रपटे, छोटे-बड़े पुल-पुलिया जहां बारिश का जल तेजी से बढ़ता है और दुर्घटना की आशंका रहती है। वहां पर भी सुरक्षा की अतिरिक्त सावधानियां बरती जाएं।
स्कूल-कॉलेज के छात्रों से की थी ये अपील
उन्होंने स्कूल-कॉलेज-कोचिंग जाने वाले विद्यार्थियों से भी अनुरोध किया है कि वे भी स्कूल-कॉलेज-कोचिंग जाते समय बेहद सावधानी बरतें। यदि कहीं भी पानी का भराव या पुल-पुलिया के पार पानी आता दिखाई दे तो वहां से आवागमन न करें।
सीएम ने कहा कि जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार ने बारिश के मद्देनजर सभी इंतजाम किए हैं, आवश्यकता पड़ने पर और अधिक इंतजाम भी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश को शुरूआत में ही तर-बतर कर देने वाले मानसून के मंगल प्रवेश पर प्रदेश के नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं भी दी हैं। उन्होंने कहा कि मानसून हमारी अर्थव्यवस्था का आधार है। इसकी आमद खुशी देती है।