
बांका
बांका जिले के अमरपुर स्थित आदर्श बालिका उच्च विद्यालय में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए छात्राओं को दी जा रही HPV वैक्सीन (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस वैक्सीन) लगने के बाद कई छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बीमार छात्राओं को पेट दर्द, चक्कर, और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं होने लगीं, जिससे स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। विद्यालय प्रशासन ने तुरंत अमरपुर रेफरल अस्पताल को सूचना दी, जहां से पहुंची मेडिकल टीम ने बीमार छात्राओं को इलाज के लिए भर्ती कराया। घटना के बाद अभिभावकों में गहरी चिंता और नाराज़गी देखी गई।
बीमार छात्राओं की सूची
रानी कुमारी (कक्षा-8), आयुसी कुमारी, लच्छो कुमारी, परर्मिला कुमारी, नेहा कुमारी, साक्षी कुमारी, मीणा कुमारी, छोटी कुमारी, चंचल कुमारी, प्रिया कुमारी, सुप्रिया कुमारी, काजल कुमारी, खुशी कुमारी, अलका, मुस्कान, रानी सोनाली, चांदनी, सोनाक्षी, खुशी खातून और नेहा कुमारी।
अभिभावकों का गुस्सा फूटा, पुलिस को बुलाया गया
जैसे ही घटना की जानकारी अभिभावकों को मिली, वे बड़ी संख्या में स्कूल पहुंच गए और विद्यालय प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए। उन्होंने टीकाकरण प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए और बिना पूर्व सूचना के वैक्सीन दिए जाने को लेकर विरोध जताया। स्थिति बिगड़ने पर अमरपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया।
डॉक्टरों की सफाई
अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट किया कि HPV वैक्सीन कभी-कभी कुछ बच्चों में हल्के और अस्थायी दुष्प्रभाव दिखा सकती है, जो सामान्य है। फिर भी सभी छात्राओं को ऑब्ज़र्वेशन में रखा गया है और पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
क्या है HPV वैक्सीन?
HPV वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 वर्ष की किशोरियों को दी जाती है। यह वैक्सीन भारत सरकार के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती है।
अभिभावकों की मांग
अभिभावकों ने मांग की है कि भविष्य में किसी भी प्रकार के वैक्सीनेशन से पहले बच्चों और उनके माता-पिता को पूरी जानकारी दी जाए और उनकी लिखित सहमति लेना अनिवार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि बिना पूर्व सूचना के बच्चों को वैक्सीन देना न सिर्फ गलत है बल्कि खतरनाक भी हो सकता है।