PCB का बड़ा फैसला : शान मसूद को टेस्ट कप्तानी के साथ मिली प्रशासनिक जिम्मेदारी

कराची
पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच दोनों मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबरी पर छूटी थी. लाहौर में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच को पाकिस्तान ने 93 रनों से जीता था. वहीं रावलपिंडी टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका ने 8 विकेट से जीत हासिल की थी. टेस्ट सीरीज में पाकिस्तानी कप्तान शान मसूद का प्रदर्शन शानदार रहा था और उन्होंने अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा 170 रन बनाए.
इस टेस्ट सीरीज की समाप्ति के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने ऐसा निर्णय लिया है, जिसकी काफी चर्चा हो रही है. पीसीबी ने टेस्ट कप्तान शान मसूद को इंटरनेशनल क्रिकेट और प्लेयर अफेयर्स के लिए अपना कंसल्टेंट नियुक्त किया है. यह फैसला बेहद अभूतपूर्व है क्योंकि शायद पहली बार किसी टीम के कप्तान को बोर्ड में प्रशासनिक जिम्मेदारी भी दी गई है.
हालांकि, पीसीबी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या शान मसूद टेस्ट कप्तान बने रहेंगे या दोनों जिम्मेदारियां एक साथ निभाएंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी खिलाड़ियों को शान मसूद की इस नई भूमिका की जानकारी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर से आयोजित डिनर के दौरान दी गई, जो साउथ अफ्रीकी टीम के सम्मान में आयोजित किया गया था.
शान मसूद की क्या भूमिका होगी?
पीसीबी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट निदेशक (Director of International Cricket) के पद के लिए आवेदन आमंत्रित करने रहा है, जो इस समय खाली है. माना जा रहा है कि मसूद फिलहाल अस्थायी तौर पर कंसल्टेंट की भूमिका निभाएंगे, जब तक इस पद पर कोई स्थायी नियुक्ति नहीं होती. पीसीबी के बयान में इस बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई कि मसूद की जिम्मेदारी क्या-क्या होगी या यह व्यवस्था कितने समय तक चलेगी.
वैसे सवाल उठ रहा है कि क्या एक सक्रिय टेस्ट कप्तान बोर्ड में प्रशासनिक पद पर काम कर सकता है, खासकर जब वो खिलाड़ियों और क्रिकेट संचालन से जुड़ा मामला हो. शान मसूद का बतौर कप्तान प्रदर्शन औसत रहा है. उन्होंने अब तक 14 टेस्ट मैचों में पाकिस्तानी टीम की कप्तानी है. इस दौरान टीम को केवल चार मैचो में जीत मिली.
हालांकि बतौर बल्लेबाज शान मसूद का प्रदर्शन टेस्ट मैचों में अच्छा रहा है. उनकी यह नियुक्ति पाकिस्तान क्रिकेट में पहली बार हुई किसी अनोखी व्यवस्था के रूप में देखी जा रही है. यह फैसला दर्शाता है कि पाकिस्तान क्रिकेट में अनिश्चितता और अप्रत्याशित निर्णय देखने को मिल रहे हैं.




