चंडीगढ़ में दिवाली धमाके की साजिश, पाकिस्तान से आया 2.5 किलो RDX बरामद

चंडीगढ़
बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादी मनप्रीत सिंह उर्फ टिड्डी ने ज्वाइंट इंटेरोगेशन में बताया कि पकड़े गए आरडीक्स को चंडीगढ़ पहुंचाना था और दिवाली पर ब्लास्ट को अंजाम देना था। इसके निर्देश यूके और आर्मेनिया में बैठे आतंकियों से मिलने थे। सुरक्षा एजेंसियों ने दिवाली को देखते हुए सतर्कता काफी बढ़ा दी थी जिस वजह से टिड्डी ने आरडीएक्स को छिपाकर रख दिया था। सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती की वजह से आतंकी इस विस्फोटक को समय पर निकाल नहीं पाए।
इस साजिश को पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के माध्यम से विदेशी आतंकियों के जरिये अंजाम दिया जाना था जिसे स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने विफल कर दिया। गौरतलब है कि आरडीएक्स, आईईडी और पिस्तौल को पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से अजनाला के पास फेंका गया था। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है।
टिड्डी ने चंडीगढ़ में पहुंचाना था आरडीएक्स
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दोनों आइईडी मनप्रीत सिंह उर्फ टिड्डी ने चंडीगढ़ पहुंचानी थीं। आगे किसे डिलीवरी देनी थी, इसके बारे में अभी पता नहीं चला है। विस्फोटक की डिलीवरी लेने वाले आतंकी का नाम उसे मौके पर ही विदेश में बैठे आतंकियों से पता चलना था। मनप्रीत सिंह के मोबाइल की भी जांच की जा रही हैं। सुरक्षा एजेंसियों को पता चका है कि आरोपी आतंकी संगठन बीकेआई के हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के साथ सीधे बात करता था। दोनों आइईडी उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के कहने पर दी गई थीं।
डेढ़ साल जेल में रहा टिड्डी
मनप्रीत सिंह ने यह भी खुलासा किया है कि उसके यूएस, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी में मौजूद कई गैंगस्टरों से सीधे संपर्क थे जिनमें अगवान, निशान जोड़ियां, राजा हरूवाल, साजन मसीह प्रमुख हैं। टिड्डी के खिलाफ गुरदासपुर में असलहा एक्ट के आरोप में दो केस दर्ज हैं। डेढ़ साल तक वह जेल में रह चुका है और वहीं से उसके संबंध बीकेआई के आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा से बने। रिंदा ने ही उसे उक्त गैंगस्टरों से मोबाइल के जरिए संपर्क करवाया था।




