
रांची
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के अचानक चाईबासा सदर अस्पताल पहुंचते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य मंत्री ने लगभग तीन घंटे तक गहन जांच की और अस्पताल के सभी वाडरं, प्रयोगशालाओं एवं मरीजों की देखभाल व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया।
जांच के दौरान थैलेसीमिया मरीज की रिपोटर् में एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने की गंभीर लापरवाही सामने आई। मामले को गंभीरता से लेते हुए मंत्री ने तत्काल कारर्वाई के निर्देश दिए और पीड़ित परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक प्रदान किया। इस दौरान चाईबासा के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन और स्वास्थ्य विभाग के जांच विशेषज्ञ भी उपस्थित थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार वर्ष 2023-24 में कुछ बच्चों को संक्रमित प्लाज्मा का ट्रांसफ्यूजन किया गया था। कुल 259 डोनर्स से रक्त लिया गया, जिनमें से 44 लोगों की जांच कराई गई। जांच में चार लोगों के एचआईवी पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। मंत्री ने बताया कि यह मामला गंभीर है और जांच जारी है। रिपोर्ट आने तक किसी को भी अफवाह या राजनीतिक बयानबाजी से बचना चाहिए। डॉ. अंसारी ने कहा की यदि जांच में किसी की लापरवाही साबित होती है, तो मैं स्वयं उस परिवार की पूरी जिम्मेदारी लूंगा और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ अंसारी ने आगे कहा कि कोल्हान क्षेत्र से चार-चार पूर्व मुख्यमंत्री रहे, लेकिन किसी ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया। आज जब खामियां सामने आ रही हैं, तो उन्हें बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। डॉ अंसारी ने यह भी कहा कि गलती हुई है, मैं स्वीकार करता हूं। मैंने तत्काल कार्रवाई की है और आगे जांच रिपोर्ट के आधार पर और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। भाजपा पर निशाना साधते हुए डॉ अंसारी ने कहा कि 'भाजपा इस गंभीर मामले को राजनीतिक रंग देकर अपनी रोटियां सेंक रही है। 20 वर्षों तक उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्था को मजाक बना दिया था। आज स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है और जनता यह महसूस कर रही है कि अब उनका इलाज बेहतर हो रहा है। डॉ अंसारी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि मैं लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए दिन-रात काम कर रहा हूं। जनता से अनुरोध है कि मुझे सहयोग दें और बेवजह की बयानबाजी से बचें।
 



 
						

